100 शरीर के अंगों के नाम – संसार की सबसे पूरी सूची!

शरीर मानव देह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसमें कई अंग होते हैं जो विभिन्न कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं। नीचे दी गई सूची में, हम आपको 100 शरीर के विभिन्न अंगों के नाम दिखा रहे हैं:

मुख, गला और सिर:

  1. मुख
  2. होंठ
  3. दांत
  4. जीभ
  5. मुंह
  6. कान
  7. नाक
  8. गला
  9. ग्रीवा (गरदन)
  10. माथा

हाथ और उंगलियाँ:

  1. हाथ
  2. हाथों की कलाएँ
  3. अंगूठा
  4. अंगूठी
  5. उंगली
  6. नाखून
  7. कलाई
  8. कलाई की हड्डी
  9. कपाल (मणि कपाल)
  10. उँगलियाँ

पेट और पेट के अंग:

  1. पेट
  2. नाभि
  3. चैती
  4. कमर
  5. पेट की चर्बी
  6. आंत
  7. गुदा
  8. ऐंत्य

पैर और पैर के अंग:

  1. पैर
  2. टखना
  3. पेट
  4. पैर की उंगलियाँ
  5. एड़ी
  6. घुटना
  7. पिंडल (टखना की हिड़की)
  8. पैर का पंजा
  9. गुल्फा (पैर की मुहर)
  10. पैर की हड्डी

चेहरा और आंखें:

  1. चेहरा
  2. आँख
  3. आँख का पलक
  4. नेत्र
  5. आँख की पुतली
  6. गुदा
  7. आईब्रो
  8. अंजन
  9. फुलेरी
  10. नासिका

ह्रदय, फेफड़े और श्वसन प्रणाली:

  1. ह्रदय
  2. फेफड़े
  3. ब्लड वेसल्स
  4. श्वसन प्रणाली
  5. सीने की हड्डी
  6. सांस लेने की ताकत
  7. हृदय की धड़कन
  8. सांस लेने की नलियाँ
  9. खांसी

मस्तिष्क और दिमाग:

  1. मस्तिष्क
  2. दिमाग
  3. सिर
  4. मस्तिष्क की ऊँचाई
  5. ऑक्टेव
  6. सिर की चमड़ी
  7. ध्वजातिलता
  8. सस्त्रीविद्युत

हड्डियाँ और खोखले:

  1. हड्डी
  2. खोखला
  3. डिस्क
  4. कंडाकीअर मांसपेशियों में खिंचाव
  5. स्नायु
  6. हड्डी की मांशिका (इथियोयीटेस फ्लोजित)

प्लेंटर मस्कल, प्रभावल हेदविय:

  1. प्लेंटर मस्कल
  2. आला मस्कल
  3. त्रागस
  4. मस्कल की अत्यधिकता (हेओरकलीटस बाटियस)
  5. प्रभावल हेदविय

कोना होने, शरीरिक संरचना:

  1. कोना होने
  2. अंतराल
  3. चौकोर
  4. उबाया (घिरना)
  5. विवर
  6. कणिका
  7. पार्श्विक
  8. अंत्र
  9. बहुकोणीय

**पुंजी, वृद्धि तरंग:

  1. पुंजी
  2. वृद्धि
  3. तरंग
  4. सेतु
  5. वर्धित व्योम
  6. किरण

वनस्पति और पीड़ा:

  1. वनस्पतियों
  2. त्रुटि
  3. जनसंख्या
  4. पीड़ा स्तर
  5. जलवायु परिवर्तन की चित्रण
  6. शोक
  7. व्यक्तिगत परिवर्तन
  8. सापेक्षता
  9. परिभाषा

ये थे कुछ मुख्य शरीर के अंगों के नाम, जो हमारे देह की महत्वपूर्ण अंग हैं और हमारे रोजमर्रा के कार्यों के लिए आवश्यक हैं। इन्हें स्वस्थ रखना और उनकी देखभाल करना हमारे स्वास्थ्य और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सामान्य प्रश्न (FAQs) – शरीर के अंगों के नाम:

  1. मानव शरीर में कुल कितने अंग होते हैं?
    मानव देह में कुल मिलाकर 206 अंग होते हैं।

  2. सबसे बड़े अंग कौन सा है?
    मानव शरीर में सबसे बड़ा अंग ह्रदय है।

  3. कौन-कौन से अंग हृदय सिस्टम का हिस्सा होते हैं?
    हृदय, फेफड़े, ब्लड वेसल्स और श्वसन प्रणाली हृदय सिस्टम के मुख्य अंग होते हैं।

  4. आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सबसे नवीनतम अंग कौन-सा है?
    न्यूरोप्लास्टी (दिमागी बल्ब का निर्माण) और ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन (अंग दान) आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नवीनतम अंगों में गिनाए जा सकते हैं।

  5. क्या मानव शरीर में कोई कार्यहीन अंग होते हैं?
    मानव शरीर में कोई अंग कार्यहीन नहीं होता, हर अंग किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जिम्मेदार होता है।

  6. प्राचीन समय में ‘अंगूठा’ का क्या उपयोग था?
    प्राचीन समय में ‘अंगूठा’ अक्सर दस्युओं के विरूद्ध उपकरण के रूप में भी योग्य बनाया गया था।

  7. शरीरीक श्रम करने के लिए कौन-कौन से अंग मुख्य हैं?
    हाथ, पैर, कमर और हाथों की कलाएँ प्रमुख अंग होते हैं जो शरीरीक श्रम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  8. क्या शरीर के अंगों के बीमार होने के कारण स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है?
    हां, अंगों के बीमार होने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है जैसे कि मस्तिष्क की गंभीर समस्याएं, हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारियाँ आदि।

  9. व्यायाम करते समय किस अंग को विशेष महत्व देना चाहिए?
    व्यायाम करते समय हाथों, पैरों, कमर और हाथों की कलाएँ को विशेष महत्व देना चाहिए क्योंकि इन्हें प्रमुखत: इसमें लिया जाता है और इनकी मजबूती हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

  10. अंगों की सही देखभाल के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं?
    अंगों की सही देखभाल के लिए स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, उचित आराम और सुविधाएँ लेना, धूप से बचाव करना और संतुलित जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है।

जब हम शरीर के अंगों के प्रति सजग और समझदार रहते हैं, तो हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं और उन्हें सही तरीके से संरचित और कार्यात्मक बना सकते हैं। इससे हमारा जीवन स्वस्थ, सुखी और उत्कृष्ट बनता है।

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